गोपेश्वर (चमोली)। जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने हिमालयी महाकुंभ नंदादेवी राजजात के यात्रा मार्ग पर पेयजल सुविधाओं को बहाल करने के लिए एक सप्ताह के भीतर प्रस्ताव तैयार कर शासन को उपलब्ध करवाए जाएं।
मंगलवार को डीएम तिवारी ने जल संस्थान और पेयजल निगम की ओर से नंदादेवी राजजात यात्रा मार्ग पर करवाए जा रहे कार्यों के प्रस्तावों की समीक्षा करते हुए कहा कि नंदा देवी राजजात यात्रा के लिए विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें। यात्रा मार्ग में आवश्यक पेयजल सुविधाओं को लेकर विभाग एक सप्ताह के भीतर कार्य प्रस्ताव तैयार कर शासन को उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कहा कि आंगणन प्रस्ताव जल्द भेजे जाएं जिससे शासन स्तर पर अनुमोदन एवं बजट स्वीकृति की प्रक्रिया में विलंब न हो। उन्होंने सहायक अभियंताओं को मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण करने को कहा जिससे आवश्यकताओं के अनुरूप प्रस्ताव तैयार किए जा सकें।
जिलाधिकारी ने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करें जिससे कार्यों में ओवरलैप न हो। उन्होंने कहा कि पिछली नंदा देवी यात्रा के अनुभवों और चुनौतियों के आधार पर इस बार के कार्यों की योजना बनाई जाए। उन्होंने वाण से आगे निर्जन पड़ावों में आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए वन प्रभाग के एसडीओ को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग यात्रा को सफल बनाने के लिए समयबद्ध और योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें ताकि यह धार्मिक एवं सांस्कृतिक यात्रा सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी, जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़, अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार सैनी, सहायक अभियंता दिनेश चंद्र पुरोहित, सहायक अभियंता राजमोहन लाल गुप्ता, सहायक अभियंता कैलाश चंद्र नौटियाल, एसडीओ विकास दरमोड़ा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।