हरिद्वार : कांवड़ मेले के दौरान जहां लाखों श्रद्धालु ‘भोले’ शिवभक्ति में लीन होकर हरिद्वार और योगनगरी ऋषिकेश पहुंच रहे हैं, वहीं उनके गुम हो रहे मोबाइल फोन भी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनते जा रहे हैं। लेकिन एसपी जीआरपी तृप्ति भट्ट के कुशल नेतृत्व में गठित जीआरपी की सक्रिय टीमें लगातार इन चुनौतियों से निपटते हुए खोए हुए मोबाइल फोन खोजकर उन्हें श्रद्धालुओं को वापस लौटा रही हैं।
कांवड़ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के बीच गुम हुए मोबाइल फोन ढूंढकर उन्हें उनके मालिकों तक पहुंचाने का सराहनीय कार्य जारी है। एसपी जीआरपी तृप्ति भट्ट के कुशल नेतृत्व में जीआरपी पुलिस लगातार सक्रिय रहकर ‘भोलों’ के चेहरों पर खुशी लौटा रही है। हाल ही में लगभग ₹1 लाख कीमत के कई गुम हुए मोबाइल फोन खोजकर उनके स्वामियों को वापस लौटाए गए, जिससे ‘भोले’ खुशी से झूम उठे और उन्होंने जीआरपी पुलिस की जमकर प्रशंसा की। जीआरपी की तत्परता और ईमानदारी से भावुक हुए श्रद्धालुओं ने “जीआरपी पुलिस है बहुत अच्छी” कहते हुए खुले दिल से प्रशंसा की।
जैसे-जैसे कांवड़ मेले में ‘भोलों’ की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे स्टेशन परिसरों और ट्रेनों में उनके मोबाइल फोन गुम होने की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। इन चुनौतियों के बावजूद, कप्तान तृप्ति भट्ट के निर्देशन में विशेष रूप से सक्रिय जीआरपी पुलिस टीमों द्वारा तत्परता से काम करते हुए ऐसे गुम हुए मोबाइलों को खोजा जा रहा है और उनके वास्तविक स्वामियों ‘भोलों’ व मोबाइल स्वामियों को वापस लौटाया जा रहा है।
रेलवे स्टेशन योगनगरी ऋषिकेश और हरिद्वार के परिसर व ट्रेनों में जिन कांवड़ियों के मोबाइल गुम हुए थे, वे उन्हें वापस पाने की उम्मीद लगभग छोड़ चुके थे। जीआरपी पुलिस से अचानक अपना मोबाइल वापस पाकर, बारिश से भीगे कपड़ों में भी ‘भोलों’ ने जीआरपी पुलिस की तेज जयकारों के साथ, दिल से प्रशंसा की। अपना मोबाइल पाकर खुशी से गदगद हुए कांवड़ियों ने कहा, “जीआरपी पुलिस है बहुत अच्छी!”
जीआरपी पुलिस द्वारा कांवड़ मेले की शुरुआत से लेकर अब तक, कुल मिलाकर लगभग ₹3,00,000 (तीन लाख रुपये) कीमत के मोबाइल फोन उनके स्वामियों को वापस लौटाए जा चुके हैं, जो विभाग की मुस्तैदी और मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाता है।
📱 मोबाइल मिलते ही छलके भोले के आंसू
हरिद्वार और ऋषिकेश रेलवे स्टेशनों पर दिन-प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में ट्रेनों और स्टेशन परिसरों में मोबाइल गुम हो जाना आम बात हो गई है। लेकिन श्रद्धालु जब यह सोचकर मोबाइल की उम्मीद छोड़ चुके थे, उन्हें जीआरपी पुलिस से जब फोन वापस मिला तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बारिश में भीगे कपड़ों और थकान से भरे चेहरों पर एक नई मुस्कान लौट आई।
हाल ही में लौटाए गए कुछ मोबाइल फोन और उनके स्वामियों का विवरण
- केशव तिवारी: पुत्र श्री हरिप्रकाश तिवारी, निवासी बलनपुर कन्नौज, उत्तर प्रदेश। इनका सैमसंग M14 5G मोबाइल फोन (कीमत करीब ₹12,000) लौटाया गया।
- दो भाई (हरियाणा निवासी): योगनगरी रेलवे स्टेशन पर गुम हुए इनके दो मोबाइल फोन, जिनकी कीमत क्रमशः करीब ₹18,000 और ₹25,000 थी, वापस लौटाए गए।
- केशव शर्मा: पुत्र श्री मुकेश शर्मा, निवासी जगाधरी, हरियाणा। इनका सैमसंग H 29 मोबाइल फोन (कीमत करीब ₹18,000) बरामद कर लौटाया गया।
- शुभम कुमार: पुत्र सत्येंद्र कुमार। इनका सैमसंग मोबाइल फोन (कीमत करीब ₹18,000) भी जीआरपी ने सफलतापूर्वक ढूंढकर वापस किया।
- पवन: पुत्र श्री अमरजीत, निवासी कुरुक्षेत्र, हरियाणा। इनका सैमसंग गैलेक्सी मोबाइल फोन (कीमत करीब ₹12,000) भी वापस लौटाया गया।
जीआरपी पुलिस का यह कार्य ‘भोलों’ के बीच काफी सराहा जा रहा है और इससे पुलिस के प्रति उनका विश्वास और बढ़ा है।