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हरिद्वार : जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने अधिकारियों को आपदा प्रबंधन के सभागार में प्रकृतिक आपदा को लेकर नियंत्रण कक्ष समीक्षा बैठक ली। जिलाधिकारी ने 12 बाढ़ चौकियां को भी 15 जून से पहले सक्रिय करने के निर्देश दिए, मानव संस्थान एवं आवश्यक उपकरणों पर चर्चा के साथ ही सभी एसडीएम को औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इसके अलावा समय रहते सभी छोटे बड़े नालों की सफाई जेसीबी से कराने को कहा है, ताकि वाटर लॉगिंग न हो और पानी की निकासी आसानी से हो सके. बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने नगर एवं ग्रामीणों क्षेत्रों में चिन्हांकन 29 स्थल जलभराव के है उनके भी समय रहते हुए सफाई करवाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए साथ ही विभागीय नियंत्रण कक्षों की स्थापना एवं आपसी समन्वय पीडब्ल्यूडी, पेयजल ,विद्युत, स्वास्थ्य ओर सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बाढ़ की स्थित में नदी तटवर्ती एव निचले स्तरों पर निवासरत आबादी का चिन्हांकन एवं अस्थाई आश्रय हेतु सुरक्षित स्थलों के चिन्हांकन समय रहते करने के निर्देश दिए और तटीय क्षेत्रों के साथ ही निचले क्षेत्रों में लाल मार्क लगवाने के भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने सिंचाई और पीडब्ल्यूडी विभाग को क्षतिग्रस्त कमजोर तटबंध कलवटो की मरम्मत कार्यों को जल्द करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि आपदा से निपटने, लोगों को जागरूक करने तथा त्वरित सहायता उपलब्ध कराने की दिशा में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्हेंाने कहा कि आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम 24 ग् 7 कार्य कर रहा है। कंट्रोल रूम में आम जनता की कॉल पर तुरंत एक्शन लेते हुए संबंधित डीडीएमओ के स्तर से समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसी भी आपदा के चलते कोई भी समस्या होने पर आम जनता आपदा कंट्रोल रूम दूरभाष नंबर 9528250926 ,9068197350, 01334-223999 साथ हीं टोल फ्री नंबर 1077 पर भी कॉल कर अपनी समस्याएं दर्ज करवा सकते हैं, संबंधित विभागों के स्तर पर तुरंत समस्या का समाधान किया जाएगा।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, एसडीएम जितेंद्र कुमार, सीएमओ डॉ आर के सिंह, पीडी केएन तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेदप्रकाश, सीईओ केके गुप्ता, डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सरिता पॉवर,एसडीआरएफ आशीष त्यागी, एनडीआरएफ आनंद सिंह आदि अन्य अधिकारी एव कर्मचारी उपस्थित थे।