हरिद्वार के गांव-गांव में गूंजा योग का मंत्र : जनप्रतिनिधियों और डॉक्टरों की मौजूदगी में मनाया जा रहा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

by intelliberindia

हरिद्वार : जिले में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 को लेकर इस बार विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। 1 मई से 29 मई तक जिले के 300 से अधिक गांवों और कस्बों में योग अभ्यास, योग संभाषा सत्र और जनजागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों में हर उम्र और वर्ग के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इन आयोजनों की अगुवाई डॉ. स्वास्तिक सुरेश (जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी), डॉ. अवनीश कुमार उपाध्याय (नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय आयुष मिशन हरिद्वार), डॉ. घनेन्द्र वशिष्ठ (नोडल अधिकारी, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हरिद्वार) और डॉ. नवीन दास, डॉ. भास्कर आनंद, डॉ. विकास जैन, डॉ. अश्वनी कौशिक जैसे अनुभवी चिकित्सा अधिकारियों की टीम द्वारा की जा रही है।

डॉ. स्वास्तिक सुरेश ने कहा, “योग केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है जो तन, मन और आत्मा को संतुलित करती है। हरिद्वार जिले में गांव-गांव तक योग को पहुंचाकर हम लोगों को स्वास्थ्य के साथ आत्मबल भी दे रहे हैं। यह देखकर गर्व होता है कि हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब लोग योग को अपनाने लगे हैं। आयुष विभाग का उद्देश्य है कि हर नागरिक स्वस्थ और सशक्त बने, और योग इस दिशा में सबसे प्रभावी साधन है।”

डॉ. अवनीश उपाध्याय ने बताया कि, “इन कार्यक्रमों के ज़रिए हम लोगों को न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बना रहे हैं। हर गांव में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी ने इस अभियान को और भी प्रभावी बना दिया है।” ग्राम सभाओं में हो रहे इन कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधि, ग्राम प्रधान और ग्रामीण पूरे जोश और उल्लास के साथ भाग ले रहे हैं। हर शिविर में सुबह-सुबह योगासन, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने का प्रयास किया जा रहा है।

योग शिविरों का संचालन इन चिकित्सा अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है

डॉ. अशोक तिवारी, डॉ. धनेन्द्र वशिष्ठ, डॉ. मोनिका प्रभाकर, डॉ. दीक्षा शर्मा, डॉ. मनीषा चौहान, डॉ. सोरमी सोनकर, डॉ. विरेन्द्र सिंह रावत, डॉ. रेनू सिंह, डॉ. आरती पाठक, डॉ. भाष्कर आनंद शर्मा, डॉ. योगेन्द्र जैस्वाण, डॉ. विकास दुबे, डॉ. मनीष गुप्ता, डॉ. विजेन्द्र कुशवाह आदि।

इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने क्षेत्र के योग कार्यक्रमों में भाग लें और लोगों को प्रोत्साहित करें। इस उद्देश्य से उनके वीडियो संदेश भी तैयार करवाए जा रहे हैं, जो ग्रामीण जनता को योग से जोड़ने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। आयुष विभाग का यह प्रयास अब एक जनआंदोलन का रूप ले रहा है – जहां हर व्यक्ति के जीवन में योग को एक अभिन्न हिस्सा बनाया जा रहा है। आप भी जुड़िए इस अभियान से और हर सुबह की शुरुआत कीजिए योग के साथ, क्योंकि – “योग से ही होगा निरोग।”

Related Posts