देहरादून। विधानसभा स्थित सभागार कक्ष में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने आईटीबीपी द्वारा कौशल विकास विभाग में युवाओं को प्रशिक्षण एवं रोजगार उपलब्ध कराने के संबंध में समीक्षा बैठक की। मंत्री ने कहा कि कौशल विकास विभाग तथा आईटीबीपी द्वारा प्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षण एवं रोजगार उपलब्ध किये जाने हेतु कार्ययोजना पर कार्य किया जा रहा है जिसमें आईटीबीपी द्वारा युवाओं को राफ्टिंग एवं माउंटेनियरिंग जैसे साहसिक खेलों में प्रशिक्षण दिया जायेगा तथा प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार भी प्रदान किया जायेगा।
कौशल विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश में इस तरह की यह पहली पहल की जा रही है, जिसमें युवाओं को प्रशिक्षण के साथ-साथ रोजगार भी उपलब्ध किये जाने के लिए विभाग आईटीबीपी के साथ पहल कर रहा है। उन्होंने कहा कि 16 युवाओं के बैच के प्रशिक्षण पर होने वाला व्यय कौशल विकास विभाग द्वारा वहन किया जायेगा जबकि युवाओं को प्रमाण पत्र तथा रोजगार हेतु प्लेसमेन्ट देने का कार्य आईटीबीपी द्वारा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उक्त के संबंध में जल्द ही कौशल विकास विभाग एवं आईटीबीपी के मध्य एमओयू किया जायेगा।
मंत्री ने कहा कि इस पहल से प्रदेश के युवाओं को राफ्टिंग एवं माउंटेनियरिंग के क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे, साथ ही इससे साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में भी रोजगार उत्पन्न करने के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है जहां आईटीबीपी तथा पशुपालन विभाग ने एक साथ मिलकर एमओयू किया जिसके बहुत अच्छे परिणाम मिले हैं। इस एमओयू के माध्यम से प्रदेश के पशुपालकों तथा मत्स्य पालकों से आईटीबीपी द्वारा 04 महीने में लगभग सवा करोड़ रूपये की खरीद की गई है।
बैठक में सचिव कौशल विकास, सी0 रविशंकर, महानिरीक्षक आईटीबीपी, संजय गुंजियाल तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
मंत्री ने युवाओं को बांटे नियुक्ति पत्र
आज विधानसभा स्थित सभागार कक्ष में गन्ना विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा द्वारा नव चयनित गन्ना पर्यवेक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण तथा राज्य में गन्ने की फसल को रेड रौट रोग से हुई हानि एवं विभाग द्वारा किये गये सुरक्षा उपायों के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। गन्ना विकास मंत्री ने कहा कि बहुत समय से गन्ना बाहुल्य क्षेत्रों जैसे उद्यमसिंह नगर तथा हरिद्वार में गन्ना पर्यवेक्षकों की कमी देखी जा रही थी जिसको देखते हुए गन्ना विकास विभाग में आज 70 गन्ना पर्यवेक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का विशेष रूप से धन्यवाद करते हुए कहा कि गन्ना पर्यवेक्षकों के पदों को भरे जाने के फलस्वरूप गन्ना विकास विभाग के कार्यों के निष्पादन में तेजी आयेगी तथा अनेक सरकारी योजनाओं का लाभ भी किसानों को ससमय मिल पायेगा।
मंत्री ने कहा कि काशीपुर, नादेही और बाजपुर में रेड रौट फंग्स के कारण गन्ने की फसल को बहुत ज्यादा नुकसान देखने को मिला है, जिसका असर कई चीनी मिलों मुख्यतः नादेही, बाजपुर और हरिद्वार स्थित कुछ चीनी मिलों पर भी पाया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी सत्र को देखते हुए बीज वितरण तथा किसानों को रेड रौट फंग्स के बारे में जागरूक करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में गन्ना किसानों द्वारा अधिक उपयोग में लाया जाने वाला गन्ने का बीज ’0238’ रेड रौट फंग्स से सर्वाधिक प्रभावित हुआ है। उन्होंने गन्ने के बीज ’0238’ को रिप्लेस करने, क्रॉप रोटेशन तथा किसानों को बेहतर बीज उपलब्ध कराने हेतु भी अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि रेड रौट फंग्स की रोकथाम हेतु पन्तनगर विवि द्वारा गन्ना बाहुल्य क्षेत्रों का सर्वे कराया गया है जिसकी रिपोर्ट के अनुसार ही किसानों को उत्तम बीज उपलब्ध कराये जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
बैठक में सचिव गन्ना विकास, रणवीर सिंह चौहान, आयुक्त गन्ना विकास, चन्द्र सिंह धर्मसत्तू तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।