गोपेश्वर (चमोली)। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर में बुधवार को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अंग्रेजी परिषद की ओर से आयोजित संगोष्ठी में इस वर्ष की साहित्य की नोबेल पुरस्कार विजेता दक्षिणी कोरियाई लेखिका हान कांग के 55वें जन्म दिन पर उनके साहित्य के विभिन्न आयामों पर एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई।
कार्यक्रम संयोजक अंग्रेजी विभाग के प्रो. दर्शनसिंह नेगी ने कहा कि हान कांग का साहित्य पाठकों को असहज सवाल पूछने और मानवीय अस्तित्व की गहराइयों में झाँकने के लिए मजबूर करता है। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता डॉ दिग्पाल कंडारी ने कहा कि हान कांग के लेखन में करुणा, आत्मचिंतन और विद्रोह का अद्वितीय मिश्रण है, जो आधुनिक साहित्य को समृद्ध बनाता है। इस अवसर पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में कनिष्का दानू ने प्रथम, श्रेय रावत ने द्वितीय, आर्यनशिखा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जबकि पोस्टर प्रतियोगिता में कनिष्का ने प्रथम एवं शीला ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को प्रमाणपत्र एवं ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ राजेश चंद्रियाल, डॉ दिनेश पंवार, मोहित कोठियाल आदि उपस्थित रहे।