खटीमा : देहरादून से टनकपुर जा रही एक्सप्रेस ट्रेन को खटीमा में बेपटरी करने की साजिश की गई। शातिरों ने अमाऊं क्षेत्र में रेलवे पटरी पर आठ फुट लंबी अंडर ग्राउंड केबल रखी थी, लेकिन ट्रेन के लोको पायलट की जूझबूझ से साजिश नाकाम हो गई। लोको पायलट के इमरजेंसी ब्रेक लगाने से बड़ी दुर्घटना टल गई। इस दौरान ट्रेन करीब 15 मिनट मौके पर खड़ी रही। घटना के बाद पुलिस, आरपीएफ व जांच एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
यह घटना सोमवार तड़के करीब तीन बजकर 25 मिनट की है। देहरादून-टनकपुर साप्ताहिक ट्रेन खटीमा रेलवे स्टेशन से होते हुए टनकपुर (चंपावत) जा रही थी। खटीमा रेलवे स्टेशन से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर अमाऊं क्षेत्र में खटीमा व बनबसा रेलवे स्टेशन के मध्य रेल पटरी पर लोको पायलट को कोई वस्तु पड़ी दिखाई दी। इस पर लोको पायलट ने सतर्कता दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दी। लोको पायलट ने ट्रेन से उतरकर देखा तो वहां पर बिजली का एक मोटा केबल था, जिसे कब्जे में लिया गया।
पटरी पर करीब आठ फुट लंबा और 300 वर्ग एमएम का 11000 केवी का केबल मिलने से यात्रियों में अफरातफरी मच गई। यात्री ट्रेन से उतरकर केबल को देखने लगे। इस दौरान करीब 15 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही। सूचना मिलने पर पुलिस, एलआईयू और पीलीभीत (यूपी) से आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची।
दिनभर पुलिस, आरपीएफ व विभिन्न जाचं एजेंसियां जांच में जुटी रहीं, लेकिन कोई महत्वपूर्ण सुराग हाथ नहीं। केबल के बारे में ऊर्जा निगम के अधिकारियों से भी जानकारी प्राप्त की गई। कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि आरपीएफ की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की जा रही है।