गोपेश्वर(चमोली)। श्री बदरीनाथ धाम में मंगलवार को देवताओं के खजांची श्री कुबेर जी की जैठ माह की पूजा अर्थात जैठ पुजे कार्यक्रम आयोजित हुआ। प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह में श्री कुबेर जी बामणी गांव के अपने भक्तों की कुशल क्षेम जानने बदरीश पंचायत बदरीनाथ से बामणी गांव जाते है। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि परंपरा के तहत श्री बदरीनाथ मंदिर में दोपहर के भोग के बाद रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने श्री कुबेर जी को डोली में स्थापित कर बामणी गांव के लिए विदा किया। इस अवसर पर धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविंद्र भट्ट ने पूजा अर्चना संपन्न की।
बामणी गांव से कुबेर जी को आमंत्रित करने के लिए कुबेर देवरा समिति पदाधिकारी, महिला मंगल दल तथा भजन मंडलियां श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर पहुंचे थ। इस अवसर पर भजन मंडली ने भगवान कुबैर के भजनों से सभी को भावविभौर कर दिया। बीकेटीसी के उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मंदिर समिति अधिकारियों कर्मचारियों सहित कुबैर देवरा समिति श्री कुबेर जी की देवडोली समारोह पूर्वक बामणी गांव पहुंची तथा मां नंदा मंदिर में दर्शन दिये तथा दिन भोग मां उर्वसी मंदिर में चढाया गया। जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने श्री कुबेर जी के दर्शन कर आशीष प्राप्त किया। इस अवसर पर भजन-कीर्तन तथा चांचड़ी, चैंफुल्ला जैसे लोक नृत्य आयौजित हुए। शाम श्री कुबेर जी बामणी गांव से श्री बदरीनाथ मंदिर पहुंचे तथा पुनः श्री बदरीश पंचायत में स्थापित हो गये। तथा खाक चैक आश्रम में व भंडारे का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर खाक चैक के संस्थापक बालक योगेश्वर दास जी महाराज एवं भक्त मंडली भी श्री कुबेर जी के साथ बामणी गांव पहुंचे। कार्यक्रम में बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, रेडक्रास सोसायटी प्रदेश कोषाध्यक्ष मोहन खत्री, पूर्व नगरपंचायत अध्यक्ष राजेश मेहता, बलदेव मेहता, कुबेर देवरा समिति अध्यक्ष अनूप भंडारी, प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चैहान,ग्राम पंचायत पांडुकेश्वर प्रधान बबीता पंवार, जगदीश पंवार आदि मौजूद थे।