मंगलौर/रूडकी : जिस प्रकार से दुनिया स्मार्ट फोनों के साथ ही कई स्मार्ट एप का इस्तमाल किया जा रहा है वह सुरक्षा की दृष्टि से भी खतरनाक है, इसलिए किसी भी एप को अपने फोन में इंस्टाल न करें और किसी भी लिंक को न खोलें । साइबर ठगों द्वारा लोगों को अपने जाल में फ़साने के लिए नये पैंतरे अपनाये जा रहे हैं. कही बिजली का बिल जमा करने के नाम पर तो कही लोटरी या अन्य प्रलोभनों से ठगी कर रहे हैं. बात सामने आयी थी कि व्हाटएप्प या फेसबुक के द्वारा साइबर ठग किसी लड़की का उपयोग कर लोगों को ट्रेप करते हैं और जब टारगेट जाल में फंस जाता है तो उससे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया जाता है. ऐसी स्थिति में लोगों को खास सतर्क रहने की जरूरत है. रफ्तार से बदलते वक्त में तकनीक के साधन बढ़ने के साथ ही अपराध के तरीके भी बदल गए हैं. अब सामान्य अपराधों के साथ साइबर अपराध भी बढ़ रहे हैं. आए दिन कहीं न कहीं, किसी न किसी के साथ साइबर क्राइम होने के मामले सामने आ रहे हैं. आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति जाने अंजान इस अपराध का शिकार हो रहा है. ऐसे में लोगों की जागरूकता के लिए साइबर ठगी की वारदातों से बचने के तरीके बताएं हैं. इस विषय को लेकर हमारे सवांददाता ने क्षेत्राधिकारी मंगलौर विवेक कुमार से जानकारी ली और उनसे बचाव के तरीके भी जाने.
साइबर ठगी से बचने के तरीके के बारें में जानकारी
सीओ विवेक कुमार ने हमारे सवांददाता को बताया कि इन दिनों साइबर अपराधी लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं. ऐसी स्थिति में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. सोशल मीडिया का वर्तमान में काफी विस्तार हुआ है, ऐसी स्थिति में लोग यह तय कर लें कि वे किसी भी अननोन नंबर से वीडियो कॉल रिसीव न करें. अगर इस तरह के जाल में कोई फंस गए हो तो वे पुलिस के पास आएं निश्चित रूप से साइबर अपराधियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी. सीओ विवेक कुमार ने कहा कि किसी अज्ञात व्यक्ति के कॉल और मैसेज से सावधान रहें। किसी को भी अपना Password, OTP, CVV शेयर ना करें। अन्जान लिंक, ऑनलाइन जॉब्स ऑफर से सम्बन्धित लिंक पर क्लिक ना करें। अन्जान QR Code स्कैन ना करें। जागरूक बनें एवं अन्य व्यक्तियों को भी जागरूक करें। यदि कोई भी व्यक्ति ठगी का शिकार होता है तो तत्काल नजदीकी थाना एवं साईबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दें।
सीओ विवेक कुमार (CO VIVEK KUMAR) ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के प्रलोभन में न आयें । किसी भी ऑनलाईन गिफ्ट एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये। किसी भी प्रकार का ऑनलाईन गिफ्ट लेने से पूर्व उक्त की पूर्ण जानकारी सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलींभांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । कोई भी वित्तीय साइबर धोखाधड़ी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाईन 1930 या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर सम्पर्क करें ।
अगर आपको भी मिल रहा पार्ट टाइम जॉब का ऑफर, तो रहें सावधान
सीओ विवेक कुमार ने बताया कि इन दिनों ऑनलाइन फ्रॉड के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक नए तरह का मामला सामने आया है, जिसमें ऑनलाइन फिल्म देखने और उस रेटिंग देने का ऑफर दिया जा रहा है। इस ऑफर में लोगों को पार्ट टाइम जॉब ऑफर के तौर पर फिल्मों को देखकर उसे रेटिंग देने का काम दिया जा रहा है। बता दें कि इस तरह के एक्स्ट्रा मनी कमाने के लालच से दूर रहना चाहिए। वरना आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मैसेज और लिंक को लेकर रहें सावधान
सीओ विवेक कुमार के द्वारा आम लोगों से अपील की गई है कि वह 1930 में फोन कर साइबर ठगी की जानकारी दें. सिर्फ ठगी की ही नहीं, अगर उनके साथ ठगी की कोशिश भी होती है, तब भी वह जानकारी जरूर दें. साइबर अपराधी अब तो फोन कर रहे हैं और ना ही ओटीपी पूछ रहे हैं. ऐसे में मोबाइल में आने वाले हर मैसेज और लिंक को लेकर सावधान रहें. बैंक से जुड़े मैसेज अगर लगातार आपके मोबाइल में आते हैं तो आप एक बार नजदीकी बैंक जाकर उसकी पड़ताल जरूर कर ले. बैंकों से संबंधित किसी भी एप पर अगर आपको संदेह हो तो तुरंत बैंक और साइबर क्राइम ब्रांच दोनों को सूचना दें. इंटरनेट सर्च इंजन गूगल और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिए गए कस्टमर केयर, हेल्पलाइन नंबर पर भरोसा ना करें. कस्टमर केयर नंबर के लिए हमेशा अधिकृत वेबसाइट से ही संपर्क करें. किसी भी अज्ञात व्यक्ति के भेजे गए अज्ञात लिंक या यूआरएल पर क्लिक ना करें और ना ही किसी अन्य नंबर पर फॉरवर्ड करें.