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रुद्रप्रयाग : जनपद को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में जारी प्रयासों के बीच एक अच्छी खबर है। केंद्रीय क्षय अनुभाग, दिल्ली ने सामुदायिक स्तर पर टीबी स्क्रीनिंग की गति को तेज करने के लिए जिला क्षय नियंत्रण केंद्र रुद्रप्रयाग को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस अल्ट्रापोर्टेबल हेंडहेल्ड एक्स-से मशीन उपलब्ध कराई है। अब जहां ग्राम स्तर पर कैंप लगाकर टीबी स्क्रीनिंग आसान होगी, वहीं जनपद में टीबी मुक्त अभियान में भी तेजी जाएगी।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम डाॅ. विमल सिंह गुसांई ने जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि केंद्रीय क्षय अनुभाग ने सी-19 आरएम (रिसपॉंस मकेनिजम) प्रोजेक्ट के तहत विलियम जे क्लींटन फाउंडेशन के माध्यम से नौ राज्यों को सामुदाय स्तर पर टीबी स्क्रीनिंग हेतु एक्स-रे मशीन उपलब्ध कराई है, जिसमें उत्तराखंड में एकमात्र जनपद रुद्रप्रयाग को यह मशीन उपलब्ध कराई गई है।
उन्होंने बताया कि एक्स-रे स्क्रीनिंग से फेफड़ों में टीबी से सबंधित असमानता की आसानी पहचान की जा सकेगी। ग्राम स्तर पर कैंप में एक्स-रे स्क्रीनिंग के जरिए प्रभावी टीबी लक्षण के बगैर ही शुरूआत में टीबी रोग का पता चल सकेगा, जिससे संबंधित का यथोचित उपचार किया जा सकेगा। इससे अधिक से अधिक टीबी रोगियों की खोज कर समय पर उपचार होने से टीबी संक्रमण को शून्य किया जा सकेगा, जिससे टीबी मुक्त भारत अभियान के संकल्प को साकार करने में आसानी होगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 में “टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान” के तहत वर्ष 2023 में निर्धारित 06 मानकों पर खरा उतरने के बाद जनपद रूद्रप्रयाग के 44 ग्राम पंचायतों के 92 गांवों व नगरीय इलाकों के 04 वार्डों को टीबी मुक्त घोषित किया गया है। इस वर्ष जनपद के 108 अन्य ग्राम पंचायतों में “टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान” चलाने का निर्णय लिया गया है, जिसके अंतर्गत 197 गावों को टीबी मुक्त घोषित करने का लक्ष्य रखा गया है।
फरवरी से पंचायत स्तर पर लगेंगे टीबी स्क्रीनिंग कैंप
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विमल सिंह गुसांई ने बताया कि विलियम जे क्लींटन फाउंडेशन की सहयोगी संस्था लैब इंडिया हेल्थकेयर द्वारा सबंधित कामिकों को जनवरी माह के अंतिम सप्ताह तक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा व फरवरी माह से एक्स-रे मशीन के माध्यम से टीबी स्क्रीनिंग हेतु ग्राम स्तर पर कैंप आयोजित किए जाएंगे।