हिन्दू जागरण मंच ने धूमधाम से मनाया उत्तराखंड का लोकपर्व इगास

by intelliberindia
 
कोटद्वार । हिन्दू जागरण मंच ने गुरुवार को उत्तराखंड का लोक पर्व इगास धूमधाम से सरस्वती विद्या मंदिर के प्रांगण में मनाया गया। हिन्दू जागरण मंच के जिला संयोजक सौरभ गोदियाल ने लोकपर्व इगास के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इगास बग्वाल उत्तराखंड का एक बहुत ही लोकप्रिय और बहुत बड़े स्तर पर मनाया जाने वाला महालोक पर्व है। इस पर्व को बूढ़ी बग्वाल और इगास बग्वाल के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन लोग चाहे कहीं भी रहे, वह अपने घर परिवार के पास जरूर आते हैं और पूरे घर को, गांव को दीपों से जगमगाते हैं और हर्षोल्लास के साथ इस पर्व को मानते हैं। इस पर्व में गांव में संयुक्त रूप से विशालकाय भेलू का निर्माण किया जाता है, और सभी लोग उसे घुमाकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
हिन्दू जागरण मंच के जिला संयोजक सौरभ गोदियाल ने बताया कि उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में इगास मनाने की कहानी वीर भड़ माधों सिंह भंडारी से जुड़ी है। लगभग 400 वर्ष पूर्व वीर भड़ माधो सिंह भंडारी टिहरी रियासत के राजा महिपति शाह के सेनापति थे। राजा ने एक बार माधो सिंह को सेना लेकर तिब्बत (भोटांतिक प्रदेश) के राजा से युद्ध करने के लिए दवापाघाट भेजा था। युद्ध लंबा चला तो इसी बीच दिवाली का पर्व भी आ गया। जब त्योहार के दिन तक कोई भी सैनिक वापस नहीं लौटा, तो ग्रामीणों ने उनके लौटने की उम्मीद खो दी और दिवाली ही नहीं मनाई। लेकिन माधो सिंह भंडारी सेना के साथ दीपवाली के 11वें दिन दवापाघाट का युद्ध जीत कर वापस लौट आए। उनके जीतकर लौटने के बाद ग्रामीणों ने दीपावली का उत्सव मनाया। उस दिन एकादशी तिथि होने पर इसे इगास का नाम दिया गया। इस अवसर पर मंच के सह संयोजक अनूप ध्यानी, प्रीतम नेगी, नगर संयोजक सत्यप्रकाश ढौड़ियाल, कपिलराज निषाद, रविन्द्र बिष्ट, आनंद गोस्वामी, सत्यपाल सिंह, पवन जुयाल, राजेश नौटियाल, अमित, नरेश आदि मौजूद रहे।

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