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रूडकी : राजकीय प्राथमिक विद्यालय बेडपुर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर थीम आधारित साप्ताहिक कार्यक्रमों की श्रंखला पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। अपने संबोधन में विद्यालय के प्रधानाध्यापक मुफ्ति इकराम ने कहा कि 1905 ईस्वी में अमेरिका में महिला आंदोलन हुआ। बाद में यूएनओ ने 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में घोषित किया। प्रतिवर्ष महिलाएं इस दिन को महिला स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाती आ रही है।उन्होने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के लिए इस बार की थीम “डिजिटऑल: लैंगिक समानता के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी” हैं! मुख्य वक्ता एएनएम शुभलता राठी ने कहा कि आज महिलाओं के स्वाभिमान, स्वतंत्रता एवं सुरक्षा का सरकार के द्वारा विशेष कार्य किया जा रहा है।उन्होने कहा कि आज महिलायें आत्मनिर्भर हो रही है।आज सरकार का महिलाओं के स्वरोजगार पर विशेष ध्यान हैं। आंगनबाडी कार्यकत्री श्रीमती छवि शर्मा ने कहा कि हमारी संस्कृति में महिलाओं को विशेष स्थान दिया गया है।आज सामाजिक संगठनों के द्वारा भी नारी के अधिकार को विशेष महत्व दिया जा रहा है।
समारोह के अंत मे विद्यालय के शिक्षक संजय वत्स ने कहा कि यदि पूर्ण रूप से सामाजिक विकास करना है तो लिंग भेद समाप्त करके लड़कियों व लड़कों में मतभेद नहीं करना चाहिए। लड़कियों को लड़कों की तरह सभी सुविधाएं प्रदान कर उनको हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। महिलाओं में अपरिमित शक्ति और क्षमताएं विद्यमान हैं। अन्य वक्ताओं ने कहा कि नारी शक्ति ही वो शक्ति है जो अपने साहस, परिश्रम और दूरदर्शिता से असंभव को संभव कर दिखाती है। शिक्षक नितिन कुमार ने सभी उपस्थित महिलाओं को धन्यवाद ज्ञापन किया। मौके पर कु0 शहराज, हसीना, शन्नो, इरफाना, सुनीता, आंगनबाडी, सहायिका व महिलाऐं उपस्थित थी।