एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय में धूमधाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस, सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज

by intelliberindia
 

चलो उसे सलाम आज सब करें,

चलो उसे प्रणाम आज सब करें,

अजर सदा, इसे लिये हुए जिए,

अमर सदा, इसे लिये हुए मरे,

अजय ध्वजा हरी, सफ़ेद केसरी।

देहरादून : 26 जनवरी को हर वर्ष हमारे देश में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, इस दिन हमारा संविधान लागू हुआ था। इस दिन अंग्रेजों के कानूनों को हटा कर हमने खुद के संविधान को अपनाया था, संसद से भारतीय संविधान लागू होने के बाद भारत एक लोकतान्त्रिक गणराज्य बन गया, यही कारण है कि इस दिन को हम सभी राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनातें हैं। भारतीय संविधान को बनने में कुल 2 वर्ष 11 माह व 18 दिन का समय लगा जिसके बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान पुरे देश में लागू किया गया। 26 जनवरी के महत्व को बनाये रखने के लिए व भारत के गणतंत्र स्वरूप को मान्यता देने के लिए 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन 1950 को देश में कानून और भारतीय शासन को लागू कर दिया गया था। इसी शुभावसर पर आज 26 जनवरी 2023 को SDRF वाहिनी मुख्यालय, जॉलीग्रांट देहरादून में देश के 74वे गणतंत्र दिवस को हर्षोल्लास से मनाया गया। सेनानायक SDRF मणिकांत मिश्रा द्वारा सर्वप्रथम राष्ट्रीय ध्वज को फहराया गया,  इस दौरान सलामी गार्द द्वारा सलामी की कार्यवाही की गई व प्रांगण में मौजूद समस्त अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा राष्ट्र ध्वज के सम्मान में सेल्यूट किया गया। 








सेनानायक SDRF मणिकांत मिश्रा द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के उपरांत उपस्थित समस्त अधिकारी/कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता व अखंडता की शपथ दिलाई गई। सेनानायक SDRF मणिकांत मिश्रा द्वारा समस्त अधिकारी/कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बताया गया कि आज का दिन हर भारतवासी के लिए गौरवान्वित करने वाला है।गणतंत्र दिवस का उत्सव भारत की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का सम्मान करने और लोकतंत्र, समानता और न्याय के आदर्शों के प्रति देश की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का एक तरीका है। यह भारत की सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता का जश्न मनाने और राष्ट्रीय एकता और एकीकरण को बढ़ावा देने का अवसर भी है। अनेकता में एकता वाले हमारे देश पर हमे गर्व करना चाहिए और ये प्रण भी लेना चाहिए कि राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित कराने वाली बन्धुता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प होकर स्वयं को आत्मसमर्पित करेंगे।
सेनानायक ,SDRF द्वारा सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देने के साथ ही पदक विजेताओं को बधाई दी गयी । उक्त अवसर पर सहायक सेनानायक दीपक सिंह, शिविरपाल राजीव रावत, निरीक्षक ललिता नेगी, सूबेदार मेजर जयपाल राणा, उप-निरीक्षक विजय रयाल, पूनम शाह इत्यादि भी उपस्थित रहे। इसके साथ ही पुलिस महानिदेशक, उत्तराखंड पुलिस द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर SDRF के जिन 11 अधिकारियों/कर्मचारियों को उत्कृष्ट/सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह प्रदान किये जाने की घोषणा की थी, उन्हें पुलिस मुख्यालय, देहरादून में पदक से अलंकृत किया गया, जिनका विवरण निम्नवत है-

उत्कृष्ट सेवा के लिए (सेवा आधार पर) उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह

  1. हर्षवर्धन तोमर, निरीक्षक(एम)
  2. हरक सिंह राणा, निरीक्षक
  3. योगेंद्र सिंह अपर उप-निरीक्षक आरमोरर

विशिष्ट कार्य के लिए सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह

  1. रविन्द्र पटवाल,अपर उप-निरीक्षक
  2. दिगपाल लाल, मुख्य आरक्षी
  3. यशवंत सिंह, आरक्षी
  4. प्रवीण सिंह, आरक्षी
  5. विकास रमोला, आरक्षी
  6. गौतम चन्द्र, आरक्षी
  7. मुकेश रावत,आरक्षी
  8. शैलेन्द्र सिंह,आरक्षी

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