50
श्रीनगर । चौरास परिसर स्थित स्वामी मनमंथन प्रेक्षागृह में शुक्रवार को पंचायतीराज विभाग उत्तराखंड की ओर से दो दविसीय प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि मंत्री पंचायतीराज सतपाल महाराज ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की। कार्यक्रम के माध्यम से सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण एवं ग्राम पंचायत विकास योजना विषय पर त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों एवं कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन कार्यक्रम को संबोधित करते हुये पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि हमारा प्रयास है कि प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष और क्षेत्र पंचायत प्रमुख का चुनाव आम चुनाव के माध्यम से होा। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय अभिमुखीकरण कार्यशाला में पांच जनपदों के प्रतिनिधि इसमें प्रतिभाग कर रहे है। कार्यशाला के माध्यम से सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति, ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन और जल जीवन मिशन को कैसे सफल किया जा सके इसी मंशा से कार्यशाला आयोजित की गई है। इस दौरान उन्होंने स्थानीय जरूरतों को देखते और समझते हुए जनप्रतिनिधियों को ग्रामीणों के सतत विकास की रूपरेखा बनाने का सुझाव दिया ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संयुक्त निदेशक पंचायती राज राजीव कुमार नाथ त्रिपाठी ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों की कार्यशाला जनप्रतिनिधियों के क्षमता विकास के लिए आयोजित की गई है ताकि सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। कहा कि विकास योजनाओं को बनाने और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए कैसे कार्यनीति बने, यह इस अभिमुखीकरण कार्यशाला का उद्देश्य है। आयोजित कार्यक्रम में पाणी राखो आंदोलन के प्रणेता सच्चिदानंद भारती ने कहा कि ग्रामीण अंचल में पंचायती राज को सशक्त बनाने के लिए ऐसी कार्यशालाओं का अत्यधिक महत्व है। सरकार का गांव की सरकार को स्वराज की ओर ले जाने का यही सबसे बेहतरीन तरीका है। इससे पूर्व लोक गायक अनिल बिष्ट व हेमा नेगी करासी ने अपने सूरों से कार्यक्रम में रंगारंग प्रस्तुति देकर उपस्थित जन समूह मंत्र मुग्ध कर दिया । आयोजित कार्यक्रम में संबंधित जन-प्रतिनिधि, अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।