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कोटद्वार । धुमाकोट तहसील परिसर में बहुउद्देश्यीय शिविर का आयोजन किया गया। विधायक दिलीप रावत ने अपने संबोधन में कहा कि लोगों की छोटी-छोटी समस्याओं को स्थानीय स्तर पर ही निस्तारित करना चाहिए तथा इस तरह के शिविर में केवल बड़ी और बहुत सारे विभागों से संबंधित समस्या ही आनी चाहिए। विधायक ने कहा कि पेयजल से संबंधित अधिकतर समस्याएं सामने आ रही है इसलिए अधिकारी सुनिश्चित करें कि जहां जहां पर पेयजल की समस्याएं हैं उनको शीघ्रता से निस्तारित करें। कहा कि ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि भी अपने स्तर पर लोगों की उनके स्तर की समस्याओं का समाधान करने के लिए सक्रियता दिखाएं । कहा कि लोगों को रजिस्ट्री इत्यादि से संबंधित कार्यों की सुविधा के लिए प्रत्येक माह की 15 तारीख और 30 तारीख को उप रजिस्ट्रार धुमाकोट में तैनात रहेंगे। उप रजिस्ट्रार की अनुपस्थिति में तहसीलदार यह कार्य देखेंगे जिससे लोगों को अपने कार्य करवाने के लिए दूर ना जाना पड़े।
जिलाधिकारी ने कहा कि बहुउद्देश्यीय शिविरों के माध्यम से लोगों की समस्याओं को मौके पर ही निस्तारण किया जाता है, जिससे लोगों को मुख्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो भी जन समस्याएं लोगों के माध्यम से प्राप्त हुई है उनका निर्धारित समय अवधि के भीतर निस्तारण करें । कहा कि जन समस्याओं से संबंधित किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । बहुउद्देशीय शिविर में कुल 47 शिकायत प्राप्त हुई, जिसमें से 17 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। अधिकांश शिकायतें लोनिवि, पेयजल, वन विभाग, राजस्व विभाग, ग्रामीण विकास, बाल विकास, समाज कल्याण, पंचायती राज, राजस्व विभाग की रही। प्रमुख शिकायतों में अपोला ओर धोरी गांव में पेयजल की समस्या, ग्राम धोला में लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत सड़क निर्माण, पलासी गांव में किसान सम्मान निधि और पेंशन से संबंधित शिकायतें, डंडधार में जल जीवन मिशन के अंतर्गत कुछ स्थानों पर पेयजल की लाइन खुली बिछाई जाने के अतिरिक्त पेंशन, आंगनवाड़ी टीएचआर तथा स्वास्थ्य समस्याओं इत्यादि से संबंधित अधिकतर प्राप्त हुई । जिलाधिकारी ने जमणधार में आवारा पशु छोड़े जाने के संबंध में खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि संबंधित लोगों पर कार्रवाई करें तथा ग्राम सभा की खुली बैठक करवाते हुए कृत कार्रवाई से अवगत कराने के निर्देश दिए।